The best Side of kismat ka upay
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२. प्रत्येक सोमवार को कन्या सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से इसी मंत्र का एक माला जप करे !
बुध ग्रह किन-किन वस्तु का है अधिष्ठाता?
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घर के वास्तु दोष के निदान हेतु अचूक वास्तु टिप्स
१. गुरूवार को किसी मंदिर में पीली वस्तुये जैसे खाद्य पदार्थ, फल, कपडे इत्यादि का दान करें !
परंतु याद रहे आपको चावल ले जाते या कोर्ट में फेंकते समय कोई देखे नहीं वरना लाभ नहीं होगा ! यह उपाय आपको बिना किसी को पता लगे करना होगा !
कुंडली में भाग्य- कुंडली में नवम भाग को ज्योतिष में भाग्य और लाल किताब में धर्मी भाव माना जाता है। नवम भाव का स्वामी गुरु होता है जिसे नवमेश या भाग्येश कहते हैं। मतलब यह कि आपकी कुंडली में नवम भाव और नवमेश शुभ नहीं है, तो उन पर शुभ ग्रहों का प्रभाव नहीं है या सोए हुए हैं तो आपको जीवनभर संघर्ष ही करते रहना होगा।
ध्यान रखें कि ईशान कोण में थोड़ा ऊपर की तरफ मंदिर हो तो बेहतर रहेगा. ऐसा करने से शुभ परिणाम मिलते हैं.
मंदिर की सही दिशा ईशान कोण यानि कि उत्तर-पूर्वी दिशा मानी जाती है.
लाल किताब के अनुसार जिस घर में कोई ग्रह न हो तथा जिस घर website पर किसी ग्रह की दृष्टि नहीं पड़ती है तो उसे सोया हुआ घर माना जाता है। जो घर सोया हुआ होता है उस घर से संबंधित फल तब तक प्राप्त नहीं होता है, जब तक कि वह घर जागता नहीं है। यदि आपका नवम घर या भाव सोया है तो समझो कि भाग्य सोया हुआ है।
शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व
* मिथुन राशि के जातक माँस, मदिरा आदि का बिलकुल भी सेवन न करें ।घर में मछली ना पालें। इस राशि के जातक स्त्रियों को पूर्ण सम्मान दें, अपनी माता को पूर्ण आदर सत्कार दें और छोटी कन्याओं को खुश करके उनका आशीर्वाद लें।
कन्या दान में अपनी तरफ से भी सामान दें। रोगियों को दवा में सहायता करें ।
प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें, ऐसा करने से आपका भाग्य उदित होगा और आपके शत्रु पराजित हो जाएंगे.